Hindi Poems – Azadi chaiye

Hindi Poems – आज़ादी_चाहिए

#आज़ादी_चाहिए हमें पासबुक एंट्री करवाकर बैलेंस पूछने वालों से….

#आज़ादी_चाहिए हमें छुट्टी के दिन काम करने वालों से….

#आज़ादी_चाहिए हमें “15 अगस्त को भी बैंक खुलेगा क्या ? ” पूछने वालों से…..

#आजादी_चाहिए हमे जो देखते ही पूछते है – और बेटा! बैंक में तो मज़े कर रहे हो पूछने वाले रिश्तेदारों से……

#आज़ादी_चाहिए हमें एन टाइम पर लीव रिजेक्ट करने वालों से…..

#आज़ादी_चाहिए हमें “अरे तुम तो अकेले रहते हो यहाँ; घर जल्दी जाकर क्या करोगे कहने वालों से…..

#आजादी_चाहिए हमें जो हर बात पे कहती है “I have a boyfriend who have more time & salary than you bankers” कहने वाली लड़कियों से….

#आजादी_चाहिए उन लोगो से जो फेसबुक पर कैंडी क्रश रिक्वेस्ट भेजते है!!

#आजादी_चाहिए 3G के पैसे में 2G की स्पीड देने वालों से….

#आजादी_चाहिए कटप्पा का क्वेश्चन पूछने वालों से….

#आजादी_चाहिए हमें “I love you but as a friend” कहने वाली लड़कियों से….

#आजादी_चाहिए उन लोगो से जो चिल्हर के बदले चाकलेट देने वालों से…

#आजादी_चाहिए एग्जाम का रिजल्ट पूछने वाले रिश्तेदारों से….

#आजादी_चाहिए अपने हनीमून की 150 फोटो में सिंगल लड़कों को फेसबुक पर टैग मारने वालों से…

#आज़ादी_चाहिए 5 डेज ऑफिस करने वालों की वीकेंड की फोटोज बैंकर्स को टैग करने वालों से….

#आज़ादी_चाहिए हमें “4.30 के बाद तो बैंक बंद हो जाता है फिर तुम लोग बैंक में करते क्या हो?” पूछने वाले कस्टमर्स से…..

#आज़ादी_चाहिए शनिवार ऑफ़ का झूठा सर्कुलर फेसबुक/वाप्स पर फॉरवर्ड करने वालों से….

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